ओ माँ तुम मेरी माँ हो

ओ माँ तुम मेरी माँ हो
तुम जब चलती हो तो पिज़्ज़ाओं में बाहर आती है
तुम्हारे आने से ही पकोड़े और चिल्ले में स्वाद आती है
दाल की छोंको और तंदूरी रोटी की स्वाद में शामिल
तुम मीठे शहद के गोद में रहती हो
और उससे उठकर चलती हो
तुम एक माँ नहीं तुम मेरी माँ हो
तुम मेरी माँ हो
रचनाकार: [babiya khatoon]