अशरीना के आशावश आवास योजना का

अशरीना के आशावश आवास योजना का
ख़्वाब हो तुम
नोटों की गड्डी महक और असर्फी की खनक का जज्बात
तुम
पेंशन धारियों का तुम मुतलब और मुतलग के पहरे का डगरिया का सागर का रुबाई का एहसास सायरा की शायरी का डायराना का मुस्तकीम,
छाए बादल में तुम किरण का
वाजिब जवाब का साहिल शकील
महकती ज़िन्दगी के रोशनी पेहलु की ,दमकताती सितारे के उजाले का असल खेमे का मतलब अब तुम
दरिया का नहरे ग़ज़ल नज़म का नग्माये नजरिया है तू
Rachanakaar -babiya khatoon