Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2025 · 1 min read

Trappings

More technology
More institutions
More words
More thoughts
Will bind me down
Can I be a minstrel
Who begs for alms
And wanders in the dawn!

—-Shashi Mahajan

Language: English
Tag: Poem
55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
U888
U888
u888tube
प्रत्याशा
प्रत्याशा
Omee Bhargava
चिंतन की एक धार रखो कविता
चिंतन की एक धार रखो कविता
OM PRAKASH MEENA
सपनों की उड़ान हो ऊँची
सपनों की उड़ान हो ऊँची
Kamla Prakash
विरक्ती
विरक्ती
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गुलाल का रंग, गुब्बारों की मार,
गुलाल का रंग, गुब्बारों की मार,
Ranjeet kumar patre
काव्य सौंदर्य
काव्य सौंदर्य
Rambali Mishra
आजादी का नया इतिहास
आजादी का नया इतिहास
Sudhir srivastava
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अधूरी विदाई
अधूरी विदाई
Er.Navaneet R Shandily
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
पूर्वार्थ
सब्ज़ियाँ(आलू की बारात)
सब्ज़ियाँ(आलू की बारात)
Dr. Vaishali Verma
कुछ और
कुछ और
Ragini Kumari
दोहे- मोबाइल पर
दोहे- मोबाइल पर
आर.एस. 'प्रीतम'
“अधूरी नज़्म”
“अधूरी नज़्म”
Meenakshi Masoom
बेटियाँ
बेटियाँ
Pushpa Tiwari
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" हुनर "
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
PRADYUMNA AROTHIYA
जीवन में कई लोग मिलते हैं, कुछ साथ रह जाते हैं, कुछ का साथ छ
जीवन में कई लोग मिलते हैं, कुछ साथ रह जाते हैं, कुछ का साथ छ
पूर्वार्थ देव
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
Anand Kumar
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
कृष्णकांत गुर्जर
मेरी माटी मेरा देश 💙
मेरी माटी मेरा देश 💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
..
..
*प्रणय प्रभात*
चाहत
चाहत
dr rajmati Surana
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
Satish Srijan
बाली उमर की शोखियाँ,
बाली उमर की शोखियाँ,
sushil sarna
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
Ajit Kumar "Karn"
Loading...