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21 Mar 2025 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ गुफ़्तगू कर लूँ।।
[प्रणय प्रभात]
मंज़िलें आपको मुबारक हों,
मैं सफ़र में हूँ जुस्तजू कर लूँ।
रोशनी की पनाह तुम ले लो,
मैं अँधेरों से गुफ़्तगू कर लूँ।।
👌👌👌👌👌👌👌👌👌
-सम्पादक-
न्यूज़&व्यूज (मप्र)

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