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16 Mar 2025 · 1 min read

घर बदला,रस्ता बदला और जमाना बदल दिया

घर बदला,रस्ता बदला और जमाना बदल दिया
जब घर से निकले, हमने सब कुछ बदल दिया

घूमते रहे जमाने भर , लोग लेकर पुराना पता ,
कहां ढूंढोगे मुझको तुम,मैने खुद को बदल दिया

✍️कवि दीपक सरल

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