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16 Mar 2025 · 1 min read

यहां गूंगा भी बहुत तेज बोलना है

यहां गूंगा भी बहुत तेज बोलना है
जब जेब में उसके पैसा बोलता है

कैसे परखे किसी का सलीका अब
हर कोई जरूरत के जैसा बोलता है

कवि दीपक सरल

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