दीप
हे दीप ! तू कितना सौभाग्य शाली है !
घोर अंधेरे से तू बड़ा ही बलशाली है !!
शत शत नमन तेरे त्याग और साहस को !
तेरे कारण काली रात भी उजाली है !!
• विशाल शुक्ल
हे दीप ! तू कितना सौभाग्य शाली है !
घोर अंधेरे से तू बड़ा ही बलशाली है !!
शत शत नमन तेरे त्याग और साहस को !
तेरे कारण काली रात भी उजाली है !!
• विशाल शुक्ल