जबसे देखा शहर तुम्हारा, अपना शहर भूल गए
सैनिक और खिलाड़ी दोनो देश की शान
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
नारी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
*भीतर के राज आजकल गाती कचहरी (हिंदी गजल)*
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
उलझी उलझी सी रहे , यहाँ वक़्त की डोर
देवी महात्म्य चतुर्थ अंक * 4*
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
है प्यार मगर इंतज़ार नहीं।
कहते हैं की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
उधार का ज्ञान - रविकेश झा