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13 Mar 2025 · 1 min read

लिया गुलाल हाथ में,

लिया गुलाल हाथ में,
रंग लिया तन कुछ यूँ
मुझसे पूछे सब मुझे, मैं हूं अब किस ओर
खो गई सब सुध-बुध मेरी
बन बैठी ‘मैं’ तो तू….!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”

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