Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2025 · 1 min read

महिला दिवस विशेष कविता। खोखली मत कर जय जयकार।। रचनाकार :अरविंद भारद्वाज

महिला दिवस विशेष
खोखली मत कर जय-जयकार

खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार
लड़ रही अधिकारों को, अकेली
दि‌या नहीं, अधिकार

जन्म से पहले मारी जाती
रास नहीं नारी को आती
खुद लड़का घर में वो चाहती
दुत्कारे तुझको अपने ही
गृभ में कर प्रहार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

प्रताडित तुझको नर करता
भरी सभा में चीर भी हरता
नहीं किसी से दानव डरता
रोज सताई जाती नारी
कब होगा उद्धार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

भेदभाव वह सहती रहती
चुप रहकर कुछ भी नहीं कहती
कष्ट जुल्मों का वह सहती
रुप तेरे माता बहना के
पत्नी सुता संसार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

तेल छिड़क कर तुझको जलाया
सौतन घर में पति भी लाया
दुष्कर्मों से तुझको सताया
कष्ट सहे जग में नारी ने
मिला कहाँ सत्कार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

महिला दिवस सब लोग मनाते
नारी को पूजनीय बताते
मन के भावों को है जताते
छीन लिया हक नारी का भी
दिया नहीं अधिकार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

आओं कसम हम मिलकर खाए
नारी को हक उसका दिलाए
महिमा हर दिन उसकी गाए
दे दो बराबरी हर नारी को
कर दो जय जयकार
खोखली, मत कर जय जयकार
बराबर, दे दो उसे अधिकार

© अरविंद भारद्वाज

2 Likes · 411 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वृद्धाश्रम
वृद्धाश्रम
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
"बस्तर का राजमहल"
Dr. Kishan tandon kranti
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Chaahat
कविता- घर घर आएंगे राम
कविता- घर घर आएंगे राम
Anand Sharma
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
Swami Ganganiya
नेता हुए श्रीराम
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन में आशीष का,
जीवन में आशीष का,
sushil sarna
*मन राह निहारे हारा*
*मन राह निहारे हारा*
Poonam Matia
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
सारे आयोजन बाहरी हैं लेकिन
सारे आयोजन बाहरी हैं लेकिन
Acharya Shilak Ram
नेकी जिसके खून में
नेकी जिसके खून में
RAMESH SHARMA
खैरात में मिली
खैरात में मिली
हिमांशु Kulshrestha
दोहे-बच्चे
दोहे-बच्चे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है
एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है
शेखर सिंह
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Kumar Agarwal
जो दिमाग़ तुमसे करवाना चाहता है वो तुम दिल से कर नहीं पाओगे,
जो दिमाग़ तुमसे करवाना चाहता है वो तुम दिल से कर नहीं पाओगे,
Ravi Betulwala
लक्ष्य गर समक्ष है तो
लक्ष्य गर समक्ष है तो
अर्चना मुकेश मेहता
सब याद रखा जायेगा
सब याद रखा जायेगा
Sahil Ahmad
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Shyam Sundar Subramanian
4076.💐 *पूर्णिका* 💐
4076.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विपदा
विपदा
D.N. Jha
हे पवन कुमार
हे पवन कुमार
Uttirna Dhar
खुशियों के पल पल में रंग भर जाए,
खुशियों के पल पल में रंग भर जाए,
Kanchan Alok Malu
Boundaries Are Not a Problem.
Boundaries Are Not a Problem.
पूर्वार्थ
*पढ़-लिख तो बेटी गई किंतु, पढ़-लिख कर भी वह हारी है (राधेश्य
*पढ़-लिख तो बेटी गई किंतु, पढ़-लिख कर भी वह हारी है (राधेश्य
Ravi Prakash
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
एक बार मनुहार करना जरुर
एक बार मनुहार करना जरुर
Pratibha Pandey
हमारा अन्नदाता
हमारा अन्नदाता
meenu yadav
Loading...