उस गली से जब भी गुजरना होता है.

उस गली से जब भी गुजरना होता है.
न जाने दिल क्यूं पसीजा होता है.
रूह कांप जाती है उस शख्स को सोचने भर से
एक तरफा इश्क है ये, शायद ऐसा ही होता है
“शिवम सहज “
उस गली से जब भी गुजरना होता है.
न जाने दिल क्यूं पसीजा होता है.
रूह कांप जाती है उस शख्स को सोचने भर से
एक तरफा इश्क है ये, शायद ऐसा ही होता है
“शिवम सहज “