जीवन के हर क्षण से प्यार करो

सबसे पहले अपना उद्धार करो
जीवन के हर क्षण से प्यार करो।
आदमी देखा देखी में रहता है
बिना सोचे कुछ भी कहता है
दूसरे के दर्द से सिसकता कोई
बुरे हालातो से गुज़रता कोई
रुतबे का ना तुम अहंकार करो
जीवन के हर क्षण से प्यार करो।
दुखों से उबरना सीखना होगा
चेहरे पे मुस्कान दिखना होगा
समस्या भला कब खत्म होती हैं
जीवन मिश्रित माला की मोती है
मानवता को न तू शर्मसार करो
जीवन के हर क्षण से प्यार करो
कर्म करने से पहले सोचा कर
ना किसी के साथ धोखा कर
ऊपर वाला बड़ा दीनदयाल है
रखता सबका बड़ा ख्याल है
हर पल मालिक का आभार करो
जीवन के हर क्षण से प्यार करो।
नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला -कुशीनगर