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1 Mar 2025 · 1 min read

जो छपी तस्वीर तेरी आज के अखबार में

हर तरफ चर्चा तिरा है गांव के बाजार में
जो छपी तस्वीर तेरी आज के अखबार में

हार से खुद को यूं दुःखी ना किया कर दोस्त तूं
कामयाबी तो छुपी रहती छोटे-छोटे हार में

अपने खातिर जीना तो सबको ही आता दोस्तों
जिंदगी के दिन बिताओ यारो कुछ उपकार में

तू जहां भी जाए सब तेरे दिवाने होंगे ही
चांद सा मुखड़ा है खुद्दारी भी झलके तेरे किरदार में

रास्ता पथरीला,ऊंचा -नीचा चाहें जैसा हो
कोई भी तो फर्क ना पड़ता नदी की धार में

नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला -कुशीनगर

Language: Hindi
48 Views
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