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23 Feb 2025 · 1 min read

तारीफ़ तो तेरी होगी

तारीफ़ तो तेरी होगी
चाहे अच्छी हो या बूरी
बस सुनने की हिम्मत रखना
चाहें अपनों की या फिर जमाने की

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