Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2025 · 1 min read

मनी प्लांट

मनी-प्लांट
********
कमरे में हँसता-खिलखिलाता
मनी-प्लांट
अब सूख रहा है
सूखते पत्तों में भी
आँसुओं की बूंदें
महसूस होती हैं
वह जानता है
कि उसके पल्लवित-पुष्पित होने पर
खुश होने वाला व्यक्ति
अब सूख सा गया है
उसके पास अब नहीं रहे
कुछ रिश्ते
जिन्हें वह अपना
मनी
समझता था
जो उसके लिए उसके धन थे
जिनमे संवेदना के
लहू बहने की संभावना थी
परंतु नहीं
उन रिश्तों में बह रहे थे विष
“मेरे मालिक का मनी-प्लांट-
उसके सभी रिश्ते
जब सूख गये
फिर क्या करूँगा मैं
इस कमरे में लहलहाकर।”

—-अनिल कुमार मिश्र,राँची,झारखंड।

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जुगनू की छांव में इश्क़ का ख़ुमार होता है
जुगनू की छांव में इश्क़ का ख़ुमार होता है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
```
```
goutam shaw
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
आओ इस दशहरा हम अपनी लोभ,मोह, क्रोध,अहंकार,घमंड,बुराई पर विजय
आओ इस दशहरा हम अपनी लोभ,मोह, क्रोध,अहंकार,घमंड,बुराई पर विजय
Ranjeet kumar patre
यक्षिणी- 28
यक्षिणी- 28
Dr MusafiR BaithA
बेसहारा दिल
बेसहारा दिल
Dr. Rajeev Jain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
आदरणीय मंच,
आदरणीय मंच,
Mandar Gangal
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
ज़िंदगी जीने के लिये क्या चाहिए.!
शेखर सिंह
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
..
..
*प्रणय प्रभात*
रस्म ए उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला
रस्म ए उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला
Monika Arora
दिल का दर्द
दिल का दर्द
Minal Aggarwal
एक मौके की तलाश
एक मौके की तलाश
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
मैं गणित हूँ
मैं गणित हूँ
ज्योति
आखिरी ख़्वाहिश
आखिरी ख़्वाहिश
NAVNEET SINGH
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं विवेक शून्य हूँ
मैं विवेक शून्य हूँ
संजय कुमार संजू
मेरा जीवन,
मेरा जीवन,
Urmil Suman(श्री)
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़
Neelam Sharma
श्याम बदरा
श्याम बदरा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
एक कहानी.. अधूरी सी
एक कहानी.. अधूरी सी
Ami
*सकल विश्व में अपनी भाषा, हिंदी की जयकार हो (गीत)*
*सकल विश्व में अपनी भाषा, हिंदी की जयकार हो (गीत)*
Ravi Prakash
प्रेरणा - एक विचार
प्रेरणा - एक विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खत में लिख रखा था मेरे चाहने का पैगाम।
खत में लिख रखा था मेरे चाहने का पैगाम।
Rj Anand Prajapati
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
कागज
कागज
SATPAL CHAUHAN
నేటి ప్రపంచం
నేటి ప్రపంచం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"प्रयासों की सराहना करें। जब कोई आपके लिए अपनी पूरी कोशिश कर
पूर्वार्थ
Loading...