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22 Feb 2025 · 1 min read

सब इख़्तियार हमने मुकद्दर को दे दिये

सब इख़्तियार हमने मुकद्दर को दे दिये
शामिल नहीं रहे कभी अपनी दुआओं में
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

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