व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया
धरती का हर एक कोना खिला है।
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
Between the two worlds - 8,000 B.C
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
*सड़क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं (मुक्तक)*
प्यार का सार है त्याग की भावना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
पैसा होना सुरक्षा की गारंटी नही है, मगर संगठित होना सबसे बड़
" मेरा राज मुझको कभी हारने नहीं देता "
मेरे दिल की आवाज़ के अनुसार जो आपसे बात करना नहीं चाहे या जो