राम की गंगा और श्याम की यमुना ,

राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
कर रही है अपने तारणहार की प्रतिक्षा।
अब आ अवतार धारो भगवन् ! ,
मत लो हमारे धैर्य की और परीक्षा ।
राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
कर रही है अपने तारणहार की प्रतिक्षा।
अब आ अवतार धारो भगवन् ! ,
मत लो हमारे धैर्य की और परीक्षा ।