शाम सुहानी तब लगे, जब साथी हो साथ ।
शाम सुहानी तब लगे, जब साथी हो साथ ।
आँखों से हो गुफ़्तगू, हाथों में ले हाथ ।।
सुशील सरना / 19-2-25
शाम सुहानी तब लगे, जब साथी हो साथ ।
आँखों से हो गुफ़्तगू, हाथों में ले हाथ ।।
सुशील सरना / 19-2-25