फिर चाहे ज़िंदो में.. मैं मुर्दा ही सही...!!
एक तस्वीर बनाने वाले की तस्वीर बाजारों में नही बिक रही थी।
*भीमताल: एक जन्म-दिवस आयोजन यात्रा*
सनातन के नाम पर जो स्त्रियों पर अपने कुत्सित विचार रखते हैं
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
छूकर आसमान फिर जमीन पर लौट आएंगे हम
बे'वजह - इंतज़ार कर लेते।
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
कौन पैदा हुआ कौन मरा, बुद्ध संकल्पना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
ज्ञान:- खुद की पहचान बस और कुछ नहीं