अश्क छलके तो तौहीन होगी मोहब्बत की।

अश्क छलके तो तौहीन होगी मोहब्बत की।
मोहब्बत में अक्सर दगा ही मिलता है।
जिसे चाहो जी जान से और शिद्दत से।
कम्बख्त वो मौकापरस्त और बेवफा निकलता है।
श्याम सांवरा…..
अश्क छलके तो तौहीन होगी मोहब्बत की।
मोहब्बत में अक्सर दगा ही मिलता है।
जिसे चाहो जी जान से और शिद्दत से।
कम्बख्त वो मौकापरस्त और बेवफा निकलता है।
श्याम सांवरा…..