रात हसीन हो जाती है
बात उनसे जज्बातों की होती है
तो रात हसीन हो जाती है
दूर होकर भी करीब होने सा लगता है
तो रात हसीन हो जाती है
दिल की बात होकर कोई राग बनती है
तो रात हसीन हो जाती है
इश्क का तीर दिल के पार होता है
तो रात हसीन हो जाती है
सुबह का अंजाम छोड़ देर रात बात होती है
तो रात हसीन हो जाती है
शिव प्रताप लोधी