वेलेंटाइन डे पर द्विज प्रेम प्रलाप / मुसाफ़िर बैठा
अपने पुरखों के बनाए वर्णवाद में
वर्चस्व का लाभ उठाते
अपने मनुऔलादपन का घिनौना प्रदर्शन करते बुद्धिजीवी सवर्ण
फेसबुक पर वेलेंटाइन डे पर प्रेम का प्रलाप करने में जुटे हैं
निर्लज्जता ऐसी ही इनकी
इनकी लेखनी में होती है
सभा सोसाइटी की जुटान में होती है
ये जाती–जीवन में अपने
जहरजीवी होते हैं
और लिखने पढ़ने में कैलकुलेटिव सदाचारी!