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13 Feb 2025 · 1 min read

महाकुंभ

यूँ तो प्रयागराज से हम लौट आए हैं
आंखों में दृश्य पर सभी अब तक समाए हैं
देखा न अब तलक जो वो अद्भुत नज़ारा था
हम भाग्यवान हैं तभी कर स्नान पाए हैं

डॉ अर्चना गुप्ता
13.02.2025

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