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11 Feb 2025 · 1 min read

मेरी आंखों के किसी ख़्वाब सा

मेरी आंखों के किसी ख़्वाब सा
मेरी ख़्वाहिशों के किसी जवाब सा
वो मिला है मुझको इस तरह
मेरी नेकियों के किसी सवाब सा
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 40 Views
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