स्तुति गान
स्तुति गान
हे आराध्य देवी !
मां सरस्वती।
हे ज्ञान की देवी मां!
हम नितदिन करते गुणगान।
वर दे हमे अपनी आशीष से भर दे।
हे वीणावादिनी मां !
सप्त स्वर की देवी मां
ज्ञान की गंगा निर्झर कर दे। वर दे सुर सरगम भर दे।
हे पद्मआसनी मां!
ज्ञान के खुशबू से महक उठे मन वर दे
बुद्धि विवेक से भर दे।
कला,साहित्य से भर दे।
ज्ञान,संस्कृति प्रखर कर दे
वर दे! महाप्राण भर दे।
जीवन को अर्थ से भर दे
वर दे सभी मनोकामना पूर्ण करदे
वर दे वर दे मां मनोवांछित फल पूर्ण कर दे।
रचनाकार संतोष कुमार मिरी कविराज रायपुर छत्तीसगढ़