Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2025 · 1 min read

कहन को जीवात्मा ज्ञानी सभी

कहन को जीवात्मा ज्ञानी सभी
हुए देह धारी लिए मद अभी
मगन हो जगत में चले जा रहे
अगन देह में भी सदा ही गहे
_संजय निराला

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

खुद ही खुद में फंस जाता हूं ।
खुद ही खुद में फंस जाता हूं ।
विवेक दुबे "निश्चल"
लोगों को लगता है ,
लोगों को लगता है ,
Yogendra Chaturvedi
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
Jaikrishan Uniyal
श्रीजल सा अश्रु
श्रीजल सा अश्रु
पं अंजू पांडेय अश्रु
शब्द क्यूं गहे गए
शब्द क्यूं गहे गए
Shweta Soni
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय प्रभात*
★परिवार की जिम्मेदारी
★परिवार की जिम्मेदारी
पूर्वार्थ देव
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
Rj Anand Prajapati
पल
पल
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मोबाईल
मोबाईल
Mansi Kadam
दूबे जी का मंच-संचालन
दूबे जी का मंच-संचालन
Shailendra Aseem
दिल की बात
दिल की बात
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Ram Krishan Rastogi
वो भी क्या दिन थे
वो भी क्या दिन थे
सुशील भारती
शाम
शाम
Madhuri mahakash
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
"दर्द का फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"एक पैगाम पिता के नाम"
Pushpraj Anant
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
छू कर तेरे दिल को, ये एहसास हुआ है,
छू कर तेरे दिल को, ये एहसास हुआ है,
Rituraj shivem verma
दीदार
दीदार
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मुहावरे में बुरी औरत
मुहावरे में बुरी औरत
Dr MusafiR BaithA
माना सब कुछ
माना सब कुछ
पूर्वार्थ
यूँ ही नही लुभाता,
यूँ ही नही लुभाता,
हिमांशु Kulshrestha
सुबह-शाम
सुबह-शाम
Surinder blackpen
हमदर्द
हमदर्द
ललकार भारद्वाज
पत्रिका प्रभु श्री राम की
पत्रिका प्रभु श्री राम की
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...