pyar ki zindagi

तुमसे मिलने का इंतजार बहुत है,(2)
क्या कहूं तुमसे मुझे प्यार बहुत है.
ज़िंदगी भर खुद को नवाब समझते रहे,(2)
एहसास तब हुआ, जब एक शख्स ने प्यार मांगा फकीर की तरह.
भर जायेंगे जख्म, तब आऊंगा दोबारा,(2)
जीत जायेंगे जंग, तब करेंगे हिसाब तुम्हारा.
एक दिन अपनी मजबूरियां गिनवा जाएगा कोई,(2)
हम इश्क इसलिए नही करते, फिर छोड़ जाएगा कोई.
रानी बनने के लिए मर्यादा की जरूरत पड़ती है,(2)
खूबसूरत चेहरे हमने महफिल में नाचते देखे हैं.
प्यार ना सही,(2)
शर्म तो अति होगी,
जब किसी और के बदले,(2)
तू किसी और को चाहती होगी.
सोने लगे फिर हम समय से, फिर लंबी रात ना हुई,(2)
फिर जो मैने शुरू ना की फिर हमारी बात ना हुई.
मायूस ना हो ए दिल,(2)
वो सब संभाल लेंगे,
हर मुस्कीबात से बचा लेंगे तुझे,
हर खराबी से निकाल लेंगे.
सारी दुनियां के रिवाजों से बगावत की थी,(2)
तुमको याद है ना जब मैंने मोहब्बत की थी.
दिल में कुछ यूं संभालता हु तुझे,(2)
जैसे जेवर संभालता है कोई.
उसका मुस्कुराना दिल को ठगता चला गया,(2)
वो अच्छा लगा, बस लगता चला गया.
ना जात पात का डर मुझे,(2)
ना धन दौलत का रागी हूं मैं,
मैं अलग ढंग का प्रेमी हु,
मैं प्रेम में पड़ा वैरागी हु.
आज तो खूब इश्क करने को दिल कर रहा है,(2)
तेरी बाहों में आके मरने को दिल कर रहा है.
बुरे वक्त में जो तुमसे जुदा ना हो,(2)
गौर से देखना कहीं खुदा ना हो.
उन्हीं रास्तों ने जिनपर तुम साथ थे मेरे,(2)
मुझे रोक रोककर पूछा तेरी हमसफर कहा है.
करके बेचैन फिर मेरा हाल ना पूछा,(2)
उसने नजर फेर ली फिर मैने सवाल ना पूछा.
एक झूठ सो झूठ बुलवाएगा तुम सच बोलना,(2)
समझने वाला समझ जाएगा तुम सच बोलना.
एक खूबसूरत सा सुहाना पल हो तुम,(2)
मेरे लिए खुशियों भरा कल हो तुम.
इश्क में ये भी एक काम कर जायेंगे,(2)
अपना सबकुछ तेरे नाम कर जायेंगे.
सब तारीफ कर रहे थे अपने अपने यार की,(2)
मैने नींद का बहाना करके महफिल ही छोड़ दी.
के तेरे बाद भी हर वक्त तेरे साथ गुजरा है,(2)
मैने तन्हाई में तुझे ही सहारा बनाया है.
तू छोड़ सारी बाते, बस मुझे प्यार कर,(2)
जान पा ही लूंगा तुझे, थोड़ा इंतजार कर.
इश्क में इस पड़ाव से भी गुजरना होता है,(2)
आखिर में किसी एक को मुस्कुराना होना है.
तेरी मोहब्बत की तलब थी, इसलिए हाथ फैला दिए हमने,(2)
वरना हम तो अपनी जिंदगी के लिए भी दुआ नही मांगते.