212 2-1212- 22 /112

212 2-1212- 22 /112
बस तबीयत जरा नजर रखिए
जिन्दा लोगों की हाँ खबर रखिए
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स्नान है कुम्भ का जरूरी तो
पास अपने अगर- मगर रखिए
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तुम रखो सादगी से उम्मीदें
आदतों को गलत कतर रखिए
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भीड़ में साथ भी नहीं होगा
सावधानी डगर- डगर रखिए
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नाम तेरे मैं डुबकी भर लेता
चाहतों को यूँ तर-बतर रखिए
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सुशील यादव दुर्ग (cg)
7000226712