Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2025 · 1 min read

“लक्ष्य पर केन्द्रित करती हैं मुश्किलें ll

“लक्ष्य पर केन्द्रित करती हैं मुश्किलें ll
मंजिलें एकत्रित करती हैं मुश्किलें ll

दिल प्यार मोहब्बत में बहकता रहता है,
दिमाग को एकाग्रचित्त करती हैं मुश्किलें ll

कठिन काम का हाथ थामकर आगे बढ़ते हुए,
एशो-आराम को प्रतिबंधित करती हैं मुश्किलें ll

हमारे होंसलों का होंसला बढ़ाती हैं,
हमारे डर‌ को‌ चित् करती हैं मुश्किलें ll

किसी को सीख, किसी को जीत देती हैं,
सभी का हित सुरक्षित करती हैं मुश्किलें ll”

14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

नया साल
नया साल
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
मनुष्य और प्रकृति
मनुष्य और प्रकृति
Sanjay ' शून्य'
उर्दू सीखने का शौक
उर्दू सीखने का शौक
Surinder blackpen
" बख्तावरपुरा वाली मैडम "
Dr Meenu Poonia
"If you continuously encounter
Nikita Gupta
तुम ही हो मेरी माँ।
तुम ही हो मेरी माँ।
Priya princess panwar
काला कौवा
काला कौवा
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
Hey ....!!
Hey ....!!
पूर्वार्थ
8. टूटा आईना
8. टूटा आईना
Rajeev Dutta
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
जुनून
जुनून
Sunil Maheshwari
विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता
विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता
Neelam Sharma
ख़्वाब तेरे, तेरा ख़्याल लिए ।
ख़्वाब तेरे, तेरा ख़्याल लिए ।
Dr fauzia Naseem shad
संदेह से श्रद्धा की ओर। ~ रविकेश झा।
संदेह से श्रद्धा की ओर। ~ रविकेश झा।
Ravikesh Jha
बिछोह
बिछोह
Lalni Bhardwaj
महानिशां कि ममतामयी माँ
महानिशां कि ममतामयी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नई प्रजाति के गिरगिट
नई प्रजाति के गिरगिट
Shailendra Aseem
मुक्तक
मुक्तक
डी. के. निवातिया
करें नही अस्तित्व का,
करें नही अस्तित्व का,
RAMESH SHARMA
हुई नैन की नैन से,
हुई नैन की नैन से,
sushil sarna
■ लघुकथा / क्लोनिंग
■ लघुकथा / क्लोनिंग
*प्रणय*
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
- रातो की खामोशी -
- रातो की खामोशी -
bharat gehlot
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
महफ़िल में ये निगाहें
महफ़िल में ये निगाहें
gurudeenverma198
रंगों में भी
रंगों में भी
हिमांशु Kulshrestha
Loading...