दुःख सुख

दुःख
बुद्ध की
दृष्टि से
अकारण नहीं
दुःख का
निराकरण
संभव है
परन्तु
बुद्ध ने
सुख की
बात न की
बुद्ध कहते है
दुःख को
जान लो
यही सुख है।
दुःख
बुद्ध की
दृष्टि से
अकारण नहीं
दुःख का
निराकरण
संभव है
परन्तु
बुद्ध ने
सुख की
बात न की
बुद्ध कहते है
दुःख को
जान लो
यही सुख है।