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4 Feb 2025 · 1 min read

वो मुसाफ़िर ना यहां के होते हैं ना ही वहां के होते हैं,

वो मुसाफ़िर ना यहां के होते हैं ना ही वहां के होते हैं,
जब तन्हा निकलते हैं बस वो तो सफ़र के ही होते हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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