खेत सजा सरसों का, लहराती बालियां

खेत सजा सरसों का, लहराती बालियां
है पाने को कुछ उमंग, इतराती डालियां
अब राज है ऋतुराज का, स्वागत कीजिए
चहके महकें शब्द ऋचा, अमृत बोलिए
सूर्यकांत
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
खेत सजा सरसों का, लहराती बालियां
है पाने को कुछ उमंग, इतराती डालियां
अब राज है ऋतुराज का, स्वागत कीजिए
चहके महकें शब्द ऋचा, अमृत बोलिए
सूर्यकांत
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏