ये हमारा इश्क़ का दौर था जनाब।

ये हमारा इश्क़ का दौर था जनाब।
इसमें खलल तुमने डाला है, अब हमारा तमाशा देखोगे।।
हमारे प्यार की रोशनी तो बहुत देखी है, तुमने
अब मोहब्बत मे कुहासा देखोगे ।।
—- दिवाकर महतो
ये हमारा इश्क़ का दौर था जनाब।
इसमें खलल तुमने डाला है, अब हमारा तमाशा देखोगे।।
हमारे प्यार की रोशनी तो बहुत देखी है, तुमने
अब मोहब्बत मे कुहासा देखोगे ।।
—- दिवाकर महतो