“समय और समझ”

“समय और समझ”
समय और समझ का आपस में बहुत गहरा रिश्ता है,
कहीं समय पर समझ नहीं आती तो
कहीं समझ सही समय पर नहीं आती,
समय के रहते समझ नहीं आती है तो सब कुछ बिखर जाता है….
और
समय के रहते समझ आती है तो सब कुछ सवर भी
जाता है…
~ Rati Raj ~