Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2025 · 2 min read

*माँ तो बस माँ ही है”*

माँ तो बस माँ ही है”
माँ के चरणों में चंद्रमा मन के देवता और पिता के चरणों में सूर्य गुरु बृहस्पति धन व ज्ञान के देवता कहे जाते हैं …
सृष्टि रचना के आरंभ में माँ शब्द अदभुत अनुभति देता है माँ शब्द के अर्थ -मातृ रूप, जगतजननी, मातेय ,से बोधक है माँ शब्द निकलते ही अंर्तमन में खुशी की लहर दौड़ पड़ती है एक अदभुत शक्ति मिलती है ।जन्म लेने के पश्चात ही ये एहसास होने लगता है कि माँ कौन है ……? ? हरेक सांसो की धड़कन में प्रेम का बंधन नाता जुड़ जाता है जो प्रीत की डोरी से खींचकर मर्मस्पर्शी एहसास जगा जाता है। ईश्वर ने माँ को बनाकर हमें खूबसूरत तोहफा दिया है देवता भी स्वयं माँ की ममता वात्सल्य को पाने के लिए बालक के रूप धारण कर पृथ्वी पर अवतरित हुए हैं।
माँ का वात्सल्य भरा प्रेम उनकी उदारता, दयालुता बारिश की उन बूंदों जैसा है जिसमें अमृत टपकता है ऐसा लगता है मानो बरसता ही रहे माँ का स्वाभाविक रूप इतना निर्मल जल की तरह पवित्र होता है जिसे प्रमाणिकता की जरूरत नहीं है। जब बच्चा रोता है उसे भूख लगी होती है या किसी कष्ट में हो, थका हुआ हो, कोई समस्या उत्पन्न हो गई हो तो माँ का सहारा लेकर उनके स्नेहिल प्रेम स्पर्श से ही सब कुछ छू मंतर हो जाता है जो जादुई शक्ति की तरह से काम करती है सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और मन शान्त चित्त हो खुश हो जाता है।
माँ का प्यार सागर की अनंत गहराइयों में उमड़ता नीर है जो हमें शीतलता प्रदान करता है जीवन में चाहे गम के बादल मंडरा रहे हो चाहे किसी कार्य में सफलता प्राप्त हुई हो सारे जहान की खुशियाँ माँ के आँचल में आकर सिमट जाती है और हम खुशी से नाच उठते हैं।
माँ ममता की वो छाँव है जिनके कदमों तले जन्नत होती है।सुखद जीवन में नींव का पत्थर है जिसमें संस्कारों की बुनियाद रखी जाती है और उज्ज्वल भविष्य की इमारत खड़ी हुई होती है जीवन का असली निर्माण कार्य मंजिल तय करने तक का सफर पूरा होता है।
माँ केवल जन्मदात्री ही नहीं वरन साक्षात देवी का स्वरूप लेकर आई है जो हमें ममता ,करूणा, उदारशील , दयावान, शौर्यवान,क्षमाशीलता के गुण भी मौजूद हैं।
माँ से खुले दिल से जो भी मांगो या न भी मांगो वो बिना मांगे ही इच्छा पूर्ण कर देती है उंसकी अंतरात्मा जान जाती है हमारी ख़ुशी के लिये अपना तन मन सभी कुछ न्यौछावर कर देती है चाहे उसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े अपनी खुशियों को दांव पर लगाकर बच्चों की ख्वाहिशों को जरूर पूरा करती है।
पूरे जगत संसार में माँ की महिमा का बखान इसलिए किया जाता है क्योंकि माँ के सिवाय दुनिया में कोई नहीं है माँ तो आखिर बस माँ ही है……! ! !
शशिकला व्यास

1 Like · 56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
Meenakshi Masoom
शिव सावन
शिव सावन
Rambali Mishra
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
Neelofar Khan
कुछ चुटकियाँ ....
कुछ चुटकियाँ ....
sushil sarna
"सरहदों से परे"
Dr. Kishan tandon kranti
कसूरवान
कसूरवान
Sakhi
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
Suraj kushwaha
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
लिमवा के पेड़ पर,
लिमवा के पेड़ पर,
TAMANNA BILASPURI
*जब युद्धभूमि में अर्जुन को, कायरपन ने आ घेरा था (राधेश्यामी
*जब युद्धभूमि में अर्जुन को, कायरपन ने आ घेरा था (राधेश्यामी
Ravi Prakash
कभी-कभी प्रेम शब्दों का नहीं, भावनाओं का खेल होता है..! जहां
कभी-कभी प्रेम शब्दों का नहीं, भावनाओं का खेल होता है..! जहां
पूर्वार्थ देव
श्रमिक के सपने
श्रमिक के सपने
Seema gupta,Alwar
मौसम सुहाना बनाया था जिसने
मौसम सुहाना बनाया था जिसने
VINOD CHAUHAN
*~पहाड़ और नदी~*
*~पहाड़ और नदी~*
Priyank Upadhyay
मैं सोचता हूँ उनके लिए
मैं सोचता हूँ उनके लिए
gurudeenverma198
अधखुली खिड़कियाँ
अधखुली खिड़कियाँ
अनिल मिश्र
4666.*पूर्णिका*
4666.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शुभांगी।
शुभांगी।
Acharya Rama Nand Mandal
।।
।।
*प्रणय प्रभात*
एक तरफा मोहब्बत...!!
एक तरफा मोहब्बत...!!
Ravi Betulwala
जिन्दगी भी हर मोड़ पर, एक नया सबक देती है।
जिन्दगी भी हर मोड़ पर, एक नया सबक देती है।
श्याम सांवरा
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
7. *मातृ-दिवस * स्व. माँ को समर्पित
7. *मातृ-दिवस * स्व. माँ को समर्पित
Dr .Shweta sood 'Madhu'
वो एक रात 10
वो एक रात 10
सोनू हंस
ईश्वर की बनाई दुनिया में
ईश्वर की बनाई दुनिया में
Shweta Soni
सनम हर पल तुझी को ही लिखे शब्दों में पाया है।
सनम हर पल तुझी को ही लिखे शब्दों में पाया है।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
Rj Anand Prajapati
इतिहास
इतिहास
अंकित आजाद गुप्ता
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
Otteri Selvakumar
Loading...