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1 Feb 2025 · 1 min read

बरगद भीतर घुस गया, दीवारों को तोड़

बरगद भीतर घुस गया, दीवारों को तोड़ ।
पुश्तैनी घर गाँव का ,जब हम बैठे छोड़ ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 64 Views
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