Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2025 · 1 min read

यादों का मंज़र

तू नही तो तेरी यादों का मंज़र देखा है रोज सपनो में।

Language: Hindi
1 Like · 56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मेरी पहली कविता ( 13/07/1982 )
मेरी पहली कविता ( 13/07/1982 ) " वक्त से "
Mamta Singh Devaa
तय
तय
Ajay Mishra
..
..
*प्रणय प्रभात*
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये
ये
Shweta Soni
इश्क
इश्क
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
उसको पीने का जब है नशा हो गया
उसको पीने का जब है नशा हो गया
आकाश महेशपुरी
नीलकंठ महादेव यात्रा
नीलकंठ महादेव यात्रा
ARVIND KUMAR GIRI
ए मेरे अयोध्या वासी
ए मेरे अयोध्या वासी
Baldev Chauhan
मुक्तक
मुक्तक
डी. के. निवातिया
” कृष्ण – कृष्ण गाती रहूं “
” कृष्ण – कृष्ण गाती रहूं “
ज्योति
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Rakshita Bora
"आजकल औरतों का जो पहनावा है ll
पूर्वार्थ
2990.*पूर्णिका*
2990.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारी छुवन में अब वो बात नहीं है।
तुम्हारी छुवन में अब वो बात नहीं है।
लक्ष्मी सिंह
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
Jyoti Roshni
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सीधा-साधा था मैं बचपन से लोगों ने बदमाश बना दिया।।
सीधा-साधा था मैं बचपन से लोगों ने बदमाश बना दिया।।
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
'कह मुकरी'
'कह मुकरी'
Godambari Negi
वर्ण
वर्ण
Rambali Mishra
"न कर छेड़खानी"
Dr. Mulla Adam Ali
" वो कौन है "
Dr. Kishan tandon kranti
एक बार नहीं, हर बार मैं
एक बार नहीं, हर बार मैं
gurudeenverma198
और कितना दर्द दें
और कितना दर्द दें
हिमांशु Kulshrestha
आधी सी अधूरी सी मैं
आधी सी अधूरी सी मैं
अर्चना मुकेश मेहता
वो ठोकर से गिराना चाहता है
वो ठोकर से गिराना चाहता है
अंसार एटवी
कल की चिंता छोड़कर....
कल की चिंता छोड़कर....
जगदीश लववंशी
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
Taj Mohammad
Loading...