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29 Jan 2025 · 1 min read

ऐश ट्रे ...

ऐश ट्रे …

तुम सौंप दो मुझे
अपने अंदर का सारा धुआँ
मैं जी लूंगी मरकर भी
तुम्हारी याद में
ठीक उसी तरह
जिस तरह जलती है
एक सिगरेट
ऐश ट्रे में
धीरे- धीरे
मिटने तक

सुशील सरना/

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