काश राधा की तरह मेरी भी मुहब्बत होती

काश राधा की तरह मेरी भी मुहब्बत होती
मुस्कुराकर दिल लगाने हमारी आदत होती
यदि न होती मीरा कृष्ण की दिवानी
तो राधा की जगह में रुकमणी की इबादत होती
✍️कृष्णकांत गुर्जर
काश राधा की तरह मेरी भी मुहब्बत होती
मुस्कुराकर दिल लगाने हमारी आदत होती
यदि न होती मीरा कृष्ण की दिवानी
तो राधा की जगह में रुकमणी की इबादत होती
✍️कृष्णकांत गुर्जर