“धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में

“धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में निहित है।”
सौहार्द शिरोमणि संत डा सौरभ जी महाराज
“धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में निहित है।”
सौहार्द शिरोमणि संत डा सौरभ जी महाराज