दफ्तर दफ्तर काट रहा है

दफ्तर दफ्तर काट रहा है
मजबूर हुए किरदारों को..।
जीवन गिरवी रख कर छोड़ा
जीवन के हकदारों को…..।
Deepak Baweja saral
दफ्तर दफ्तर काट रहा है
मजबूर हुए किरदारों को..।
जीवन गिरवी रख कर छोड़ा
जीवन के हकदारों को…..।
Deepak Baweja saral