Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
26 Jan 2025 · 1 min read

दुनिया के सभी देश , में भाता है ये भारत

🇮🇳जय हिंद 🇮🇳जय भारत 🇮🇳
गज़ल

दुनिया के सभी देश , में भाता है ये भारत,
नदियों की वफाओँ में, नहाता है ये भारत ।

सूरज भी सलामी दे , यहाँ आ के सुबह को,
मस्जिद में ,व मन्दिर में , झुकाता है ये भारत ।

बंगाल , महाराष्ट्र , ये कशमीर , ये केरल ,
चारों ही तरफ़ सबको, मिलाता है ये भारत ।

आलम में ये जाकर के , मुहब्बत ही सजाते ,
मिलके भी जो रहना है, सिखाता है ये भारत ।

क़ुर्बान करें जान , भी सरहद पे हमेशा ,
दुश्मन को बहुत खूब , भगाता है ये भारत ।

हैं धर्म बहुत, जाति बहुत , फिर भी बहाराँ,
गुलशन है सभी जश्न , मनाता है ये भारत ।

सदियोंं से हैं हम एक, सदा एक रहेंगे ,
है ‘नील’ कलाकार , बनाता है ये भारत ।

✍🏻नील रूहानी,,, (नीलोफर खान)

Loading...