स्वयं सेवा से जुड़ जाइए।
स्वयं सेवा से जुड़कर चले आइए।
आइए आइए मुस्कुराइए।
हो नेक अपना पथ।
हम चलते रहे जिस पर नित।
स्वच्छ स्वास्थ्य हो अपना समाज।
करना है हमको ऐसा कुछ काज।
आइए सब आपस में जुड़ जाइए।
अपने लक्ष्य को पाने में अड जाइए।
आइए आइए मुस्कुराइए।
शुद्ध हो ये हवा।
सबसे बड़ी यही दवा।
हरा भरी हो अपनी वसुंधरा।
चमके ऐसे जैसे सोना खरा।
कोई जो हो पीड़ा में तो।
उसकी पीड़ा को हर लिजिए।
आइए आइए स्वयं सेवा से जुड़ जाइए।
किसी से कोई न बैर रखे।
जहां भी चले प्यार बांटते चले।
हम तो है आंधी तूफ़ान में पले।
सूरज की भांति अम्बर से निकले।
आओ हम एक दूसरे की गले से मिले।
आइए आइए स्वयं सेवा से जुड़ जाइए।
Rj Anand Prajapati