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24 Jan 2025 · 1 min read

गम तो सबकी जिन्दगी में है,

गम तो सबकी जिन्दगी में है,
किसी के पास कम…
किसी के पास ज्यादा।
फर्क फ़क़त इतना कि….
कोई कह गया,
कोई सह गया।।
डॉ. श्वेता सूद ‘मधु’

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