छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे।
भय -भाग-1
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बधाई का गणित / *मुसाफ़िर बैठा
आओ मृत्यु का आव्हान करें।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
#बह_रहा_पछुआ_प्रबल, #अब_मंद_पुरवाई!
गीतिका :- हमें सताने वाले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Tea Lover Please Come 🍟☕️
sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
नूर ए मुजस्सम सा चेहरा है।