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21 Jan 2025 · 1 min read

आजाद भारत

सदियाँ बीती आज़ाद हुए
क्या मन से है आज़ाद सभी
जकड़ा अनदेखी बेड़ियों में
क्यों आज हर भारतवासी

आगे बढ़ने की दौड़ में
पीछे करने की होड़ में
भुला बैठे उन वीरों को
देश पर मर मिटे जो कभी

सदियाँ बीती आज़ाद हुए
क्या मन से है आज़ाद सभी

फिर से आया गणतंत्र दिवस
फहरा तिरंगा हर्षित हर मानस
पर क्या गणतंत्र मनाना है
राष्ट्र गान गाना, इतना ही?

सदियाँ बीती आज़ाद हुए
क्या मन से है आज़ाद सभी

हिंद के प्यारे दुलारों
टूट रहा आज देश, संभालो
बढ़ रहा द्वेष, पहचानो
मिटा जो देश, रहोगे तुम भी नहीं

सदियाँ बीती आज़ाद हुए
क्या मन से है आज़ाद सभी

चित्रा बिष्ट

Language: Hindi
1 Like · 48 Views
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