मुस्कुराना सीखिए

इन प्यारे प्यारे बच्चो से,
खिलखिलाना सीखिए,
मासूमियत से अपनी सबको
लुभाना सीखिए।
जरूरी नहीं की जीवन में,
खुश रहने की कोई वजह ही हो।
कभी कभी बेवजह ही,
मुस्कुराना सीखिए।
सीखने की कोई उमर नही,
जब चाहे तब सीखिए।
खुद साथ बदलते वक्त के,
बदलाव लाना सीखिए।
सीख सको तो संतो की,
वाणी से जाकर सीखिए।
अनमोल उनके उपदेशों को,
आजमाना सीखिए।
@साहित्य गौरव