Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2025 · 1 min read

अमिर – गरीब

कोई पैसों की गद्दी पर सोता हैं,
तो कोई गद्दी खरीदने के लिये पैसों के लिये
तरसता हैं,
कोई पाच पक्वान्न बनाकर फेंक देता हैं,
तो कोई एक रोटी के लिये रोता हैं,
कोई आलिशान घरों में रहता हैं,
तो कोई फुटपाथ पें अपनी जिन्दगी
गुजार देता हैं,
कोई डिझायनर कपडे पहनता हैं,
तो कोई पुराने कपडें के लिये तरसता हैं,
कोई महंगी महंगी गाडी़यों में घुमता हैं,
तो कोई पेट पालने के लिये हातगाडी
चलाता हैं,
अमिर के पिछे तो लाखों दौड़ते हैं……
गरीब लाखों के पिछे दौड़ता नजर आता हैं,
अमिर -गरीब का ये फर्क , तो सबको
दिखाई देता हैं……
पर इंसान ही…. इंसान की इंसानियत से
क्यों मुँह फेर लेता हैं………

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from krupa Kadam
View all

You may also like these posts

मेरा इतिहास लिखोगे
मेरा इतिहास लिखोगे
Sudhir srivastava
तुम्हारे प्यार की ...
तुम्हारे प्यार की ...
Nazir Nazar
रोटियों के हाथों में
रोटियों के हाथों में
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कभी-कभी नींद बेवजह ही गायब होती है और हम वजह तलाश रहे होते ह
कभी-कभी नींद बेवजह ही गायब होती है और हम वजह तलाश रहे होते ह
पूर्वार्थ
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
नौ माह का समय बीता कर पुनः पृथ्वी पर आई हैं
नौ माह का समय बीता कर पुनः पृथ्वी पर आई हैं
raijyoti47.
हे दिल तू मत कर प्यार किसी से
हे दिल तू मत कर प्यार किसी से
gurudeenverma198
4410.*पूर्णिका*
4410.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"पंचतंत्र" में
*प्रणय प्रभात*
है कर्तव्य हमारा
है कर्तव्य हमारा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आशा की किरण
आशा की किरण
Neeraj Kumar Agarwal
*श्रद्धा ही सत्य है*
*श्रद्धा ही सत्य है*
Rambali Mishra
"लकड़ी"
Dr. Kishan tandon kranti
मैंने गलत को गलत ठहरा दिया ।
मैंने गलत को गलत ठहरा दिया ।
SATPAL CHAUHAN
"मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
जब व्यक्ति को
जब व्यक्ति को
करन ''केसरा''
हादसा
हादसा
Rekha khichi
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
हिन्दी का मैं इश्कजादा
हिन्दी का मैं इश्कजादा
प्रेमदास वसु सुरेखा
बरसात
बरसात
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*यादें प्रियतम की*
*यादें प्रियतम की*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
मैं हूं तख़्लीक़ अपने ही रब की ,
मैं हूं तख़्लीक़ अपने ही रब की ,
Dr fauzia Naseem shad
साथ दिखने वाली हर स्त्री
साथ दिखने वाली हर स्त्री
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दुनियादारी सीख गये
दुनियादारी सीख गये
Surinder blackpen
गीत सजाओगे क्या
गीत सजाओगे क्या
dr rajmati Surana
जमीनी स्तर पर बदहाली बहुत है
जमीनी स्तर पर बदहाली बहुत है
Keshav kishor Kumar
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
SURYA PRAKASH SHARMA
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
उमा झा
Loading...