मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
कोशिश ये करनी है कि कर्म हमारे अच्छे हो
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल में
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
संभल जाओ, करता हूँ आगाह ज़रा
*उड़ रहा सब जगह है गुलाल, अब हमें सनातन-राष्ट्र मिला (राधेश्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Gratitude Fills My Heart Each Day!
तेज धूप में वो जैसे पेड़ की शीतल छाँव है,